साथियों, आज मैं एक ऐसा ज्वलंत और संदेशपूर्ण गीत पेश कर रहा हूँ, जो 'कोरोना' संकट के अँधेरे को दूर कर उजाले की अहमियत का अहसास कराता है।
मित्रों, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी देशवासियों से अपील की है कि, आवश्यक दूरी का पालन करते हुए अपने घरों में रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे, नौ मिनट तक सारी लाइट बंद कर एक-एक दीया, मोमबत्ती, टार्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं, ताकि ज्ञात हो सके कि, प्रकाश की महाशक्ति से कोरोना संकट के अंधकार को समाप्त करने की दिशा में हम सब एक हैं।
बहरहाल, यह मौजूँ गीत वर्ष 1943 में प्रदर्शित प्रसिद्ध फ़िल्म 'तानसेन' के सदाबहार गीत 'दीया जलाओ जगमग जगमग ..' की तर्ज़ पर आधारित है, जिसके गीतकार थे पंडित इंद्र। उसे कुंदन लाल सैगल ने गाया था और खेमचंद प्रकाश ने संगीतबद्ध किया था।
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दीया जलाओ जग जग पग पग
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तन सूना साँस बिना
और मन बिन चैन
मँदिर सूना मूरत बिना
भक्ति बिन भगवान
दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
मेरे अँदर में देख अँधेरा
मेरे अँदर में देख अँधेरा
रूठ न जाये जिया मेरा
रूठ न जाये जिया मेरा
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया सजाओ
दीया जलाओ
दीया सजाओ
दीया जलाओ
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग दीया जलाओ
जग जग पग पग दीया जलाओ
@दिनेश ठक्कर बापा
बिलासपुर, छत्तीसगढ़
(चित्र : गूगल से साभार)
मित्रों, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी देशवासियों से अपील की है कि, आवश्यक दूरी का पालन करते हुए अपने घरों में रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे, नौ मिनट तक सारी लाइट बंद कर एक-एक दीया, मोमबत्ती, टार्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं, ताकि ज्ञात हो सके कि, प्रकाश की महाशक्ति से कोरोना संकट के अंधकार को समाप्त करने की दिशा में हम सब एक हैं।
बहरहाल, यह मौजूँ गीत वर्ष 1943 में प्रदर्शित प्रसिद्ध फ़िल्म 'तानसेन' के सदाबहार गीत 'दीया जलाओ जगमग जगमग ..' की तर्ज़ पर आधारित है, जिसके गीतकार थे पंडित इंद्र। उसे कुंदन लाल सैगल ने गाया था और खेमचंद प्रकाश ने संगीतबद्ध किया था।
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दीया जलाओ जग जग पग पग
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तन सूना साँस बिना
और मन बिन चैन
मँदिर सूना मूरत बिना
भक्ति बिन भगवान
दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
जग जग पग पग, दीया जलाओ
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
सरस दरसन दो हरि
मेरे अँदर में देख अँधेरा
मेरे अँदर में देख अँधेरा
रूठ न जाये जिया मेरा
रूठ न जाये जिया मेरा
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया जलाओ
दीया सजाओ
दीया जलाओ
दीया सजाओ
दीया जलाओ
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग
जग जग पग पग दीया जलाओ
जग जग पग पग दीया जलाओ
@दिनेश ठक्कर बापा
बिलासपुर, छत्तीसगढ़
(चित्र : गूगल से साभार)