"छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस हाईकमान और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को गुमराह कर नए, कमजोर और अस्तित्वहीन लोगो को टिकट दिला कर भाजपा को फायदा पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस की जारी पहली और दूसरी सूची से साबित होता है कि अजीत जोगी छत्तीसगढ़ में भाजपा को फिर से सत्तारूढ़ कराना चाहते हैं।" यह गंभीर आरोप छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज के राजमहंत दीवान चंद सोनवानी, दशेराम खांडेय और भारत सिंह खांडेकर ने शुक्रवार को संयुक्त पत्रवार्ता के दौरान लगाए।
बिलासपुर प्रेस क्लब में आयोजित संयुक्त पत्रवार्ता में राजमहंतों ने विधान सभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस टिकट के वितरण में अजीत जोगी की भूमिका पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जोगी ने सतनामी समाज के धर्मगुरुंओं को टिकट से वंचित कराया है। वे कांग्रेस की तीसरी सूची में भी सतनामी समाज के योग्य नेताओं और राजमहंतों को टिकट से वंचित कराने की साजिश रच रहे हैं। जोगी चाहते हैं कि सतनामी समाज के धर्म गुरू परिवार में से किसी को भी कांग्रेस का टिकट न मिले। इसीलिए वे सतनामी समाज के कुछ लोगों के जरिये आरक्षण संबंधी फर्जी मुहिम चला रहे हैं। जोगी ने आरक्षण रक्षा समिति के अध्यक्ष केपी खांडे और कुछ राजमहंतों को धोखे में रख कर धर्म गुरूओं के प्रति फर्जी बयानबाजी करा रहे हैं। जोगी समझते है कि छत्तीसगढ़ का पूरा सतनामी समाज उनके साथ है, जबिक यह हकीकत नहीं है। जोगी परिवारवाद को बढ़ावा देकर अपना हित साध रहे हैं। उन्होंने अपने स्वार्थ की खातिर सतनामी समाज को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है। सतनामी समाज अब जोगी की यह करतूत बर्दाश्त नहीं करेगा। इस चुनाव में उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
सतनामी समाज की नजर में
बहुरूपिया हैं अजीत जोगी
राजमहंतों से जब यह पूछा गया कि अजीत जोगी को वे किस समाज का सदस्य मानते हैं? इसके जवाब में उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि जोगी का कोई समाज नहीं है। वे ईसाई समाज में जाते हैं तो ईसाई और सतनामी समाज में जाते हैं तो ईसाई बन जाते हैं।जबकि सच्चाई यह है कि सतनामी समाज की नजर में अजीत जोगी को बहुरूपिया समझा जाता है।
जोगी के कमजोर प्रत्याशियों के खिलाफ
लड़ाए जाएंगे निर्दलीय उम्मीदवार
राजमहंतों ने कांग्रेस टिकट वितरण के मामले ने अजीत जोगी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जोगी ने भाजपा नेताओं से सांठगांठ कर जानबूझ कर छत्तीसगढ़ में रिजर्व सीटों पर कांग्रेस के कमजोर प्रत्याशी खड़े करवाएं हैं। सतनामियों की बहुलता वाले विधान सभा क्षेत्रों में जोगी ने भाजपा को फायदा पहुँचाने की नीयत से कमजोर प्रत्याशी खड़े करवाए हैं। बिलासपुर जिले के मस्तूरी सीट से टिकट के लिए चार से ज्यादा काबिल दावेदार थे, लेकिन उनको अनदेखा कर वहां से नए और कमजोर दावेदार दिलीप लहरिया को टिकट दिलाया गया। इसी तरह अन्य जिलों में भी, जैसे मुंगेली सीट से चंद्रभान बारमते, जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ से शेषराज हरवंश, बेमेतरा जिले के नवागढ़ से अनिता पात्रे, राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विधान सभा क्षेत्र से डा. थानेश्वर पाटिला को जोगी ने टिकट दिलाया है। ये सभी नए और कमजोर चहेरे हैं, इनका हारना तय है। इन सबके खिलाफ सतनामी समाज अपने योग्य लोगों को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा करेगा। सबक सिखाने के उद्देश्य से बिलासपुर जिले के कोटा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी और अजीत जोगी की पत्नी डा. रेणु जोगी के खिलाफ भी सतनामी समाज अपना उम्मीदवार उतारेगा। मरवाही से कांग्रेस प्रत्याशी और जोगी पुत्र अमित के विरूद्ध उम्मीदवार खड़ा इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि वहां सतनामी ज्यादा नहीं हैं।
-दिनेश ठक्कर "बापा"
बिलासपुर प्रेस क्लब में आयोजित संयुक्त पत्रवार्ता में राजमहंतों ने विधान सभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस टिकट के वितरण में अजीत जोगी की भूमिका पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जोगी ने सतनामी समाज के धर्मगुरुंओं को टिकट से वंचित कराया है। वे कांग्रेस की तीसरी सूची में भी सतनामी समाज के योग्य नेताओं और राजमहंतों को टिकट से वंचित कराने की साजिश रच रहे हैं। जोगी चाहते हैं कि सतनामी समाज के धर्म गुरू परिवार में से किसी को भी कांग्रेस का टिकट न मिले। इसीलिए वे सतनामी समाज के कुछ लोगों के जरिये आरक्षण संबंधी फर्जी मुहिम चला रहे हैं। जोगी ने आरक्षण रक्षा समिति के अध्यक्ष केपी खांडे और कुछ राजमहंतों को धोखे में रख कर धर्म गुरूओं के प्रति फर्जी बयानबाजी करा रहे हैं। जोगी समझते है कि छत्तीसगढ़ का पूरा सतनामी समाज उनके साथ है, जबिक यह हकीकत नहीं है। जोगी परिवारवाद को बढ़ावा देकर अपना हित साध रहे हैं। उन्होंने अपने स्वार्थ की खातिर सतनामी समाज को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है। सतनामी समाज अब जोगी की यह करतूत बर्दाश्त नहीं करेगा। इस चुनाव में उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
सतनामी समाज की नजर में
बहुरूपिया हैं अजीत जोगी
राजमहंतों से जब यह पूछा गया कि अजीत जोगी को वे किस समाज का सदस्य मानते हैं? इसके जवाब में उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि जोगी का कोई समाज नहीं है। वे ईसाई समाज में जाते हैं तो ईसाई और सतनामी समाज में जाते हैं तो ईसाई बन जाते हैं।जबकि सच्चाई यह है कि सतनामी समाज की नजर में अजीत जोगी को बहुरूपिया समझा जाता है।
जोगी के कमजोर प्रत्याशियों के खिलाफ
लड़ाए जाएंगे निर्दलीय उम्मीदवार
राजमहंतों ने कांग्रेस टिकट वितरण के मामले ने अजीत जोगी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जोगी ने भाजपा नेताओं से सांठगांठ कर जानबूझ कर छत्तीसगढ़ में रिजर्व सीटों पर कांग्रेस के कमजोर प्रत्याशी खड़े करवाएं हैं। सतनामियों की बहुलता वाले विधान सभा क्षेत्रों में जोगी ने भाजपा को फायदा पहुँचाने की नीयत से कमजोर प्रत्याशी खड़े करवाए हैं। बिलासपुर जिले के मस्तूरी सीट से टिकट के लिए चार से ज्यादा काबिल दावेदार थे, लेकिन उनको अनदेखा कर वहां से नए और कमजोर दावेदार दिलीप लहरिया को टिकट दिलाया गया। इसी तरह अन्य जिलों में भी, जैसे मुंगेली सीट से चंद्रभान बारमते, जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ से शेषराज हरवंश, बेमेतरा जिले के नवागढ़ से अनिता पात्रे, राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विधान सभा क्षेत्र से डा. थानेश्वर पाटिला को जोगी ने टिकट दिलाया है। ये सभी नए और कमजोर चहेरे हैं, इनका हारना तय है। इन सबके खिलाफ सतनामी समाज अपने योग्य लोगों को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा करेगा। सबक सिखाने के उद्देश्य से बिलासपुर जिले के कोटा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी और अजीत जोगी की पत्नी डा. रेणु जोगी के खिलाफ भी सतनामी समाज अपना उम्मीदवार उतारेगा। मरवाही से कांग्रेस प्रत्याशी और जोगी पुत्र अमित के विरूद्ध उम्मीदवार खड़ा इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि वहां सतनामी ज्यादा नहीं हैं।
-दिनेश ठक्कर "बापा"