
गलत है अपनी मां के भी खिलाफ बोलना
देश से बड़ा किसी का भी कद नहीं है ऊंचा
अपना कद छोटा कर कड़वा नहीं बोलना
राज-योग में भले ही लंबी सांसें लेना छोड़ना
लेकिन कानून से ऊपर उठ कर नहीं बोलना
काले मन वाले तन पर सफेद चोला पहन कर
जिंदाबाद मुर्दाबाद के स्वार्थी बोल नहीं बोलना
हिंसक टोपी पहन कर दूसरों को नहीं भड़काना
देश में ही रह कर अलगाव के बोल नहीं बोलना
देश की एकता अखण्डता को सदा कायम रखना
आपसी भाईचारे को बढ़ाने के लिए मीठा बोलना
जिस थाली में खाते हो उसमें कभी छेद नहीं करना
भूखों का पेट भरता रहे वैसे राष्ट्रवादी बोल बोलना
राष्ट्र का सम्मान घटा कर देशभक्ति नहीं दिखाना
दबे कुचले पिछड़ों का मान बढ़ाने खुल कर बोलना
देशभक्ति का प्रमाण पत्र लेने देने की होड़ नहीं मचाना
देश में अमन चैन बना रहे वैसे मानवीय बोल बोलना
अपनी अपनी ढपली अपना अपना राग होगा छोड़ना
राष्ट्र के हित में होगा देश राग में गाना बजाना बोलना !
@ दिनेश ठक्कर बापा
(चित्र गूगल से साभार)
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