वरिष्ठ नाट्य अभिनेता-निर्देशक सुनील मुखर्जी द्वारा निर्देशित नाटक "अखाड़े के नगाड़े" का मंचन ३१ दिसंबर, १९८३ को बिलासपुर के देवकीनंदन दीक्षित हाल में हुआ था. इसमें सुनील दादा ने भी अभिनय किया था. उन्होंने वैद्य का पात्र निभाया था. जबकि बिलासपुर के पूर्व मेयर राजेश पाण्डेय ने छिन्न मस्ता का चेला "काल भैरव" पात्र को बखूबी जीवंत किया था ( काली पेंट पहने बेंच में बैठा मुच्छड़) . राजेश दुबे ने ब्राह्मण की भूमिका निभाई थी. फोटो में बाएं तरफ सुनील दादा धोती कमीज पहने दृष्टिगोचर
1 टिप्पणी:
''छिंद मस्ता का चेला'' या छिन्नमस्ता का ...
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