जिंदगी का सफर जारी है
तकलीफों की कड़ी धूप में
जीने का हौंसला मेरा बढ़ाती है
दुआओं की घनी छाँव
बीतते लम्हें नई राह दिखा जाते हैं
मुझे इस सफर में
ईमान की राह में थमेंगे नहीं
वक्त के काँटे चुभे ये पाँव
@ दिनेश ठक्कर "बापा"
(तस्वीर श्रीमती प्रीति ठक्कर द्वारा)
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