
वो तो वालिदैन को भी धोखा देगा
उसका कीना ही उसका दुश्मन है
दोस्त बन कर वही उसे सज़ा देगा
ज़िंदगी की बंदगी भी करके देखो
उसका अक्स कभी अकड़ने न देगा

दुश्मनों को भी सलीक़ा सुकून देगा
बेईमानी अगर दरकिनार कर दोगे
तो झोली खुदा का बंदा भी भर देगा
ईमानदारी का प्याला जो पी लोगे
दवा बन कर वह हर दर्द मिटा देगा !
@ दिनेश ठक्कर बापा
(चित्र गूगल से साभार)
(कैयाद = कपटी, वालिदैन = माता पिता, कीना = कपट)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें